Computer Full Form | COMPUTER क्या है? | Computer Generation

Computer Full Form:- Computer आज के समय इसको कोन नही जानता हैं या कौन नही जानना चाहता हैं यह हम सबकी जिन्दगी का एक हिस्सा बन चुका हैं। और computer के बारें में हम सभी को जानना भी चाहिए क्योकि आगे के आने वाले समय में सभी घरो में computer पाया जायेगा और सभी काम computer से ही होने वाले हैं। तो इसी लिए आज हम आपको computer के बारे में सारी जानकारी देगें। जो कि इससे पहले किसी ने भी नही दिया होगा।  computer क्या होता हैं? computer कैसे काम करता हैं? computer का Full Form क्या होता हैं? computer की History क्या हैं आज हम इन सभी सावलो के बारे में आपको विस्तार से बाताएंगे। इसके लिए आप हमारे आज के इस Post को पूरा पढ़े।

कम्प्यूटर का जनक कौन है

कम्प्यूटर का जनक चार्ल्स बैबेज (Charles Babbage) को कहा जाता है,  चार्ल्स बैबेज जन्म लंदन में हुआ था वहां की आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है तो अंग्रेजी से ही कोई शब्द क्यों नहीं लिया गया इसकी वजह यह है कि जो अंग्रेजी भाषा है उसके  तकनीकी शब्द खासतौर पर प्राचीन ग्रीक भाषा और लैटिन भाषा पर आधारित है इसलिए कंप्यूटर शब्द के लिए यानी एक ऐसी मशीन के लिए जो गणना करती है उसके लिए लैटिन भाषा के शब्द कंप्यूट (Comput)  को लिया गया।

कंप्यूटर के भागों का नाम – Computer parts Name in Hindi

  • प्रोसेसर – Micro Processor.
  • मदर बोर्ड – Mother Board.
  • मेमोरी – Memory.
  • हार्ड डिस्क – Hard Disk Drive.
  • मॉडेम – Modem.
  • साउंड कार्ड – Sound Card.
  • मॉनिटर – Monitor.
  • की-बोर्ड माउस – Keyboard/Mouse.
Computer मूलत दो भागों में बॅटा होता है-
  • सॉफ्टवेयर
  • हार्डवेयर

कंप्यूटर का पूरा नाम क्या है?

Computer Full Form – “Commonly Operated Machine Particularly Used in Technical and Educational Research

C = Commonly

O = Operated

M = Machine

P = Particularly

U = Used for

T = Teaching

E = Education और

R = Research

कंप्यूटर का यह पूरा नाम कैसे पड़ा?

कंप्यूटर का बेसिक काम रिसर्च और एजुकेशन के लिए गणनाएं करना ही था. आज भले ही कंप्यूटर एक एडवांस्ड मशीन के रूप में काम करता है लेकिन शुरूआत में कंप्यूटर एक ऐसी मशीन थी जो गणित और लॉजिक की कैलकुलेशन करने के काम आती थी.

कंप्यूटर के शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में बढ़ते उपयोग और उसके महत्व को देखते हुए लोगों ने कंप्यूटर की यह फुल फॉर्म ‘Commonly Operated Machine Particularly Used for Technical Education and Research’ इजाद की थी.

Other Full Form Of Computer

1. Common Operating Machine Particularly Used for Trade, Education, and Research

2. Common Operations Made Possible Under Technical Engineering Researches

3. Commonly Operating Machine Particularly Used for Technical and Education Research

4. Common Operating Machine Particularly Used for Technical, Education and Research

5. Common Oriented Machine Particularly Used for Trade Education and Research

6. Common Operating Machine Particularly Used for Training, Education, and Reporting

7. Computing Oriented Manipulation Programming Used in Technology Education and Research

8. Commonly Oriented Machine Particularly Used for Trade Education and Research

9. Common Oriented Machine Purely Used for Technical and Educational Research

10. Commonly Operated Machine Particularly Used in Technical Education and Research

11. Capable Of Making Perfectly Uncomplicated Tasks Extremely Rigorous

12. Complicated Office Machine Put Under Tremendous Effort to Reduce manpower

13. Common Operating Machine Particularly Used For Trade Education And Research

14. Common Operating Machine Particularly Used For Technical And Research

कंप्यूटर का हिन्दी में फुल फॉर्म (Full form of Computer in Hindi)

ऊपर दिए गए कंप्यूटर के फुल फॉर्म के अनुसार हिन्दी में कंप्यूटर का फुल फॉर्म “आमतौर पर संचालित तकनीकी शिक्षण और अनुसंधान के लिए विशेष रूप से प्रयुक्त मशीन’ होना चाहिए.

कंप्यूटर का हिन्दी में मतलब और उसका नाम हम इस प्रकार समझ सकते हैं:

Computer दो शब्दों से मिलकर बना है Compute+R

Compute का मतलब होता है – गणना 

किसी शब्द के पीछे R लगने का मतलब होता है – करने वाला 

इस प्रकार हम समझ सकते हैं कि हिन्दी में कंप्यूटर का मतलब ‘गणना करने वाला होता है’, और हम जानते हैं कि गणना करने वाले को हिन्दी में ‘संगणक’ कहा जाता है. इसलिए कंप्यूटर का हिन्दी नाम ‘संगणक’ होता है.

COMPUTER क्या है?

इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर के विकास से पहले कंप्यूटर उन लोगों को कहा जाता था जो कैलकुलेटर का इस्तेमाल करके आधारभूत गणनाएं करने का काम करते थे. जब ऐसी मैकेनिकल डिवाइस का निर्माण हुआ जो इंसानों के दिए निर्देशों के अनुसार अरिथमेटिक और लॉजिकल कैलकुलेशन करती थी तो उन डिवाइस को Computer कहा जाने लगा.

आज कंप्यूटर काफी विकसित हुए हैं और वह केवल गणनाएं करने के काम नहीं आते हैं इसलिए आज के परिद्रश्य में कंप्यूटर की परिभाषा कुछ इस प्रकार है:

एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जो डाटा ग्रहण करती है, उसे प्रोसेस करती है और दिए गए निर्देशों के अनुसार रिजल्ट निकालकर उसे स्टोर करती है.

कोई भी कंप्यूटर दो प्रमुख भागों से मिलकर बना होता है, हार्डवेयर और सॉफ्टवेर.

Hardware: हार्डवेयर किसी भी तरह के फिजिकल डिवाइस होते हैं जो कंप्यूटर को दिए गए निर्देशों को प्रोसेस करने का काम करते हैं. कंप्यूटर के अन्दर लगे प्रमुख हार्डवेयर होते हैं CPU, RAM, ROM, Hard Disk, Monitor, Mouse, Keyboard, इत्यादि.

Software: सॉफ्टवेर एक प्रकार के प्रोग्राम होते हैं जिन्हें Computer Language में लिखा जाता है. सॉफ्टवेर का काम विशेष कार्य को कंप्यूटर से कराने हेतु निर्देश देना और प्रोसेस करना होता है. प्रमुख सॉफ्टवेर के उदाहरण हैं ऑपरेटिंग सिस्टम, MS Office, ब्राउज़र, इत्यादि.

पहली पीढ़ी के कंप्यूटर – First Generation computer

 Timeline – 1942-1955

इस पीढी के कंप्यूटर में वैक्यूम ट्यूब (Vacuum Tube) का प्रयोग किया जाता था, जिसकी वजह से इनका आकार बहुत बडा होता था और बिजली खपत भी बहुत अधिक होती थी। यह ट्यूब बहुत ज्यादा गर्मी पैदा करते थे। इन कंम्यूटरों में ऑपरेंटिग सिस्टम नहीं होता था, इसमें चलाने वाले प्रोग्रामों को पंचकार्ड में स्टोर करके रखा जाता था। इसमें डाटा स्टोर करने की क्षमता बहुत सीमित होती थी। इन कंप्यूटरों में मशीनी भाषा (Machine language) का प्रयोग किया जाता था।

दूूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर – First generation computer

 Timeline – 1956-1963

दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर में वैक्यूम ट्यूब की जगह ट्रांजिस्टर ने ले ली। ट्रांजिस्टर वैक्यूम ट्यूब से काफी बेहतर था। इसके साथ दूसरी पीढी के कंप्‍यूटरों में मशीनी भाषा (Machine language) के बजाय असेम्बली भाषा (Assembly language) का उपयोग किया जाने लगा, हालांं‍कि अभी भी डाटा स्‍टोर करने के लियेे पंचकार्ड का इस्‍तेेमाल किया जाता था।

तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर – Third generation computer

Timeline – 1964-1975

यहाॅ तक अाते अाते ट्रांजिस्टर की जगह इंटीग्रेटेड सर्किट (Integrated Circuit) यानि अाईसी ने ले ली और इस प्रकार कंप्यूटर का अाकार बहुत छोटा हो गया, इन कंम्यूटरों की गति माइक्रो सेकंड से नेनो सेकंड तक की थी जो स्केल इंटीग्रेटेड सर्किट के द्वारा संभव हो सका। यह कंम्यूटर छोटे अौर सस्ते बनने लगे और साथ ही उपयोग में भी अासान होते थे। इस पीढी में उच्च स्तरीय भाषा पास्कल और बेसिक का विकास हुआ। लेकिन अभी भी बदलाव हो रहा था।

चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर – Fourth generation computers

Timeline – 1967-1989

चिप तथा माइक्रोप्रोसेसर चौथी पीढी के कंप्यूटरों में आने लगे थे, इससे कंप्यूटरों का आकार कम हो गया और क्षमता बढ गयी। चुम्बकीय डिस्क की जगह अर्धचालक मैमोरी (Semiconductor memory) ने ले ली साथ ही उच्च गति वाले नेटवर्क का विकास हुआ जिन्हें आप लैन और वैन के नाम से जानते हैं। ऑपरेटिंग के रूप में यूजर्स का परिचय पहली बार MS DOS से हुआ, साथ ही कुछ समय बाद माइक्रोसॉफ्ट विंडोज भी कंप्यूटरों में आने लगी। जिसकी वजह से मल्टीमीडिया का प्रचलन प्रारम्भ हुआ। इसी समय C भाषा का विकास हुआ, जिससे प्रोग्रामिंग करना सरल हुआ।

पांचवीं पीढ़ी के कंप्यूटर – Fifth generation computers

Timeline – 1989 से अब तक

Ultra Large-Scale Integration (ULSI) यूएलएसआई, ऑप्टीकल डिस्क जैसी चीजों का प्रयोग इस पीढी में किया जाने लगा, कम से कम जगह में अधिक डाटा स्टोर किया जाने लगा। जिससे पोर्टेबल पीसी, डेस्कटॉप पीसी, टेबलेट आदि ने इस क्षेञ में क्रांति ला दी। इंटरनेट, ईमेल, WWW का विकास हुआ। आपका परिचय विडोंज के नये रूपों से हुआ, जिसमें विडोंज XP को भुलाया नहीं जा सकता है। विकास अभी भी जारी है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) पर जोर दिया जा रहा है। उदाहरण के लिये विडोंज कोर्टाना को आप देख ही रहे हैं।

You May Also Like This:-

दोस्तो आशा करता हू कि आप सबको हमारे द्वारा दी गई Computer Full Form की जानकारी कैसी लगी आप हमको Comment Box में Comment करके जरूर बताये जिससे का हम आपके लिए ऐसे ही और भी महत्वपूर्ण जानकारियाँ आपके साथ शेयर कर सके धन्यवाद।

जरुर पढ़ें :- दोस्तों अगर आपको किसी भी प्रकार का सवाल है या ebook की आपको आवश्यकता है तो आप निचे comment कर सकते है. आपको किसी परीक्षा की जानकारी चाहिए या किसी भी प्रकार का हेल्प चाहिए तो आप comment कर सकते है. हमारा post अगर आपको पसंद आया हो तो अपने दोस्तों के साथ share करे और उनकी सहायता करे.

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *